सिंहस्थ 2028 की तैयारियों में आया तेजी का दौर, सिंहस्थ मेंला अधिकारी आशीष सिंह ने की कार्यों की समीक्ष; 2760 करोड़ के 45 कार्यों को मिली सैद्धांतिक मंजूरी, प्रमुख सड़क और घाट विकास कार्यों पर भी हुई चर्चा!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन के महाकाल नगरी में वर्ष 2028 में प्रस्तावित विश्व प्रसिद्ध सिंहस्थ महाकुंभ को भव्य और सुव्यवस्थित रूप देने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोर पकड़ चुकी हैं। मंगलवार शाम सिंहस्थ मेला कार्यालय में मेला अधिकारी आशीष सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 6 जून को प्रस्तावित पर्यवेक्षण समिति की पंचम बैठक के एजेंडे में शामिल किए जाने वाले कार्यों पर गहन चर्चा की गई और अनुशंसा के साथ सहमति प्रदान की गई।
बैठक में कलेक्टर रौशन कुमार सिंह एवं मेला अधिकारी आशीष सिंह ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे कार्यों की विस्तृत और स्पष्ट कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होंने कुछ प्रस्तावित कार्यों की संशोधित लागत के साथ अद्यतन कार्ययोजना पेश करने के भी निर्देश दिए। क्षिप्रा नदी के घाटों के उन्नयन को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सभी घाट नवीन घाटों के मापदंडों के अनुरूप बनाए जाएं ताकि एकरूपता बनी रहे।
सिंहस्थ की व्यापक योजना के अंतर्गत जिन प्रमुख विकास कार्यों पर चर्चा हुई, उनमें प्रमुख रूप से शहर के प्रमुख मार्गों का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण, पार्किंग स्थलों का निर्माण, रेलवे स्टेशन कनेक्टिविटी, स्वागत द्वारों का निर्माण, घाटों का सौंदर्यीकरण और सार्वजनिक सुविधाओं का विस्तार शामिल हैं।
प्रमुख प्रस्तावित मार्गों में कार्तिक मेला ग्राउंड से नईखेड़ी मार्ग, कर्कराज पार्किंग से भूखी माता तक चार लेन मार्ग, भैरवगढ़ जेल चौराहा से पिपली नाका तक चार लेन सड़क, जूना सोमवारिया से पिपली नाका होते हुए अंकपात चौराहा तक मार्ग, पिपली नाका से गढ़कालिका मंदिर तक मार्ग, भृतहरि गुफा से ऋणमुक्तेश्वर तक सड़क, क्षिप्रा नदी के पश्चिमी भाग पर एमआर-22 मार्ग, महाराजवाड़ा से हरसिद्धि मंदिर होते हुए क्षिप्रा तक मार्ग, शनि मंदिर से जीवनखेड़ी तक मार्ग प्रमुख हैं।
इसके अलावा छत्री चौक स्थित रीगल टॉकीज क्षेत्र में पार्किंग, प्लाज़ा व दुकानों के निर्माण, पंवासा और चिंतामण गणेश रेलवे स्टेशन से शहर कनेक्टिविटी, महाकाल पार्किंग से चौबीस खंभा मार्ग, नईखेड़ी रेलवे स्टेशन कनेक्टिविटी, नीलकंठ द्वार से महाकाल चौराहा तक चौड़ीकरण, शाजापुर के मक्सी रेलवे स्टेशन पहुंच मार्ग, देवास में मांडकी नाला पर स्टॉप डेम व इंटेकवेल निर्माण और खंडवा स्थित ओंकारेश्वर में नए झूला पुल निर्माण की योजनाएं भी इस सूची में सम्मिलित हैं।
बैठक में कुल 45 कार्यों को पर्यवेक्षण समिति की बैठक में रखने पर सहमति बनी, जिनकी अनुमानित लागत राशि लगभग 2760 करोड़ रुपये है। ये कार्य सिंहस्थ 2028 को एक वैश्विक, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।
इस समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सीईओ जयति सिंह, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी, गोपाल डाड समेत अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य कार्यों की प्रगति, स्वीकृति प्रक्रिया और समन्वय सुनिश्चित करना था, ताकि समयबद्ध तरीके से समस्त योजनाएं अमल में लाई जा सकें।